कालसर्प दोष के फल वह पूजन उज्जैन में

July 16, 2020

कालसर्प दोष के फल वह पूजन उज्जैन में

*~_कालसर्प दोष के फल उपाय_~* *इस बार 25 जुलाई को महा नाग पंचमी श्रावण मास में पढ़ रही है*
कालसर्प दोष की वजह से भी आते हैं बार-बार सांप के सपने, जानिये इसे दूर करने के उपाय। व्यापार में लगातार नुकसान, मानसिक परेशानी, संतान नहीं होना, आर्थिक तंगी, बुरे सपने आना, सपने में बार-बार सांप दिखाई देना कालसर्प दोष के लक्षण हैं। इस दोष को दूर करने के लिए जातकों को नाग पंचमी के दिन मंदिर में सोना, चांदी, तांबा, पीतल के नाग नागिनों के जोड़े बनाकर चढ़ाने चाहिए।
उज्जैन में आकर एक बार जरूर कालसर्प दोष शांति पूजन कराएं
कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए नाग स्त्रोत का पाठ करें। नागपंचमी को शिव मंदिर की सफाई, मरम्मत तथा पुताई करवाएं।
Kaal Sarp Dos पंडित ओम प्रकाश शर्मा ज्योतिष अनुसार कालसर्प योग को एक पीड़ादायक योग माना जाता है। इस योग के कुंडली में बनने से व्यक्ति को काफी दुखों का सामना करना पड़ता है। जब कुंडली के सारे ग्रह राहू और केतु के बीच में आ जाते हैं तब कालसर्प योग बनता है। व्यापार में लगातार नुकसान, मानसिक परेशानी, संतान नहीं होना, आर्थिक तंगी, बुरे सपने आना, सपने में बार-बार सांप दिखाई देना कालसर्प दोष के लक्षण हैं।

कालसर्प योग लक्षण: जब कुंडली के भावों में सारे ग्रह दाहिनी ओर हों तो यह कालसर्प योग नुकसानदायक नहीं होता। लेकिन जब सारे ग्रह बाईं तरफ हों तो वह नुकसानदायक होता है। कालसर्प दोष 12 प्रकार के होते हैं। अनंत, कुलिक, वासुकि, शंखपाल, पद्म, महापद्म, तक्षक, कर्कोटक, शंखनाद, घातक, विषाक्त और शेषनाग। अगर क‍िसी की कुंडली में कालसर्प योग होता है तो व्‍यक्ति को बुरे सपने दिखाई देते हैं। इसके साथ ही सपने में बार-बार सांप भी दिखाई देते हैं। मृत्यु के सपने भी उसे हमेशा भयभीत करते रहते हैं। तमाम मेहनत के बाद भी सफलता नहीं मिलती।
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नागपंचमी पर कालसर्प योग के उपाय:  ज्योतिषी आचार्य पंडित ओम प्रकाश शर्मा के मुताबिक कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए व्यक्ति को प्रतिदिन श्री हरि विष्‍णु की उपासना करनी चाहिए। इसके अलावा गोमेद या फिर चांदी की धातु से बनी नाग की आकृति वाली अंगूठी पहननी चाहिए। कालसर्प दोष को दूर करने के लिए शनिवार के दिन बहते हुए जल में थोड़े से कोयले डालकर प्रवाहित करना भी फलदायी बताया गया है। यदि राहु-केतु का जाप कालसर्प दोष मंडल पूजन हवन जाप  शिव अभिषेकऔर अनुष्‍ठान करवाया जाए तो भी कालसर्प से होने वाली परेशानियों से राहत मिलती है। नागपंचमी के दिन व्रत रख नागों की पूजा करना भी इस दोष से मुक्ति के लिए बेहतर उपाय है। Shiv aradhna karne se Rahu ketu to sampurn Shubh fal milta hai

जन्म कुंडली में अगर कालसर्प दोष है तो उसकी शांति अवश्य एक बार तो कर आना ही चाहिए उसके बाद साल में एक बार शिव जी का रुद्राभिषेक महामृत्युंजय जाप आदि कराते रहें और राहु केतु के जाप करते रहे या कराते रहें
इस दोष को दूर करने के लिए जातकों को नाग पंचमी के दिन मंदिर में सोना, चांदी, तांबा, पीतल के नाग नागिनों के जोड़े बनाकर चढ़ाने चाहिए। शिव शंकर का अभिषेक करना चाहिए। रूद्राभिषेक कर नौ प्रकार के नागों की प्रतिमा बना उनको नदी में प्रवाहित करना चाहिए। इस दिन नाग स्त्रोत का पाठ करें। नागपंचमी को शिव मंदिर की सफाई, मरम्मत तथा पुताई करवाएं।

  1. शिवजी का लघु रुद्र और महामृत्युंजय जाप कार्य कराएं
    नागों के 9 नाम 1 अनंत 2वासुकी3 शेष 4पद्मनाभम 5कंबलम 6 शंख 7धृतराष्ट्र 8 तक्षक 9कालिया 10कर्कोटक11पिंगल आदिका पाठ करी रोज
    निम्न मंत्रों के जप-हवन करें या करवाएं।
    (अ) ‘नागेन्द्र हाराय ॐ नम: शिवाय’
    (ब) ‘ॐ नागदेवतायै नम:’ या नागपंचमी मंत्र ‘ॐ नागकुलाय विद्महे विषदन्ताय धीमहि तन्नौ सर्प प्रचोद्यात्। *पंडित ओम प्रकाश शर्मा ज्योतिषाचार्य उज्जैन महाकाल वन कार्तिक चौक। www.ompandit.com
  2. मो.99777742288           उज्जैन में सभी प्रकार के कालसर्प दोष शांति पूजन हवन आदि कराया जाता है*

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