∆जन्म कुंडली दिखाएं
∆उसने पंचम स्थान के जो दोष है उसकी शांति कराएं
∆जन्म कुंडली में मंगल अंगारक दोष चांडाल दोष पितृदोष सर्प दोष विष योग ग्रहण दोष अगर है तो बाधा होती है
∆पंचम और एकादश स्थान पर कोई भी दोष होने से संतान में बाधा होती है
∆पंचम और अष्टम स्थान के आपस में मतभेद होने से संतान हानि होती है
∆पंचम स्थान पर दोषों की और पाप ग्रहों की दृष्टि होना संतान में बाधा होना
∆संतान प्राप्ति के लिए श्रीमद् भागवत महापुराण का पाठ कराएं
∆संतान प्राप्ति के लिए संतान गोपाल सहस्त्रनाम का पाठ कराएं
∆संतान प्राप्ति के लिए शिव आराधना करें लगातार 41 दिन अभिषेक पूजन करे
∆संतानप्राप्ति के लिए अपने पूर्वजों की सेवा करें पूर्वजों की मोक्ष के लिए पितृदोष की शांति तर्पण और पिंडदान आदि कर्म कराएं
∆संतान प्राप्ति के लिए अपनी कुलदेवी कुलभैरव की आराधना अवश्य करें
पंडितओम प्रकाश शर्मा ज्योतिषाचार्य उज्जैन
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9977742288
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